चंद्रघंटा माता आरती | Chandraghanta Mata Aarti
चंद्रघंटा माता आरती | Chandraghanta Mata Aarti
1
जय मां चंद्रघंटा सुख धाम।
पूर्ण कीजो मेरे सभी काम ॥
चंद्र समान तुम शीतल दाती।
चंद्र तेज किरणों में समाती ॥
क्रोध को शांत करने वाली।
मीठे बोल सिखाने वाली ॥
मन की मालक मन भाती हो।
चंद्र घंटा तुम वरदाती हो ॥
सुंदर भाव को लाने वाली।
हर संकट मे बचाने वाली ॥
2
हर बुधवार जो तुझे ध्याये।
श्रद्धा सहित जो विनय सुनाएं ॥
मूर्ति चंद्र आकार बनाएं।
सन्मुख घी की ज्योत जलाएं ॥
शीश झुका कहे मन की बाता।
पूर्ण आस करो जगदाता ॥
कांची पुर स्थान तुम्हारा।
करनाटिका में मान तुम्हारा ॥
नाम तेरा रटू महारानी।
भक्त की रक्षा करो भवानी ॥