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श्री शनिदेव आरती | Shri Shani Dev Aarti

देव आरती संग्रह

श्री शनिदेव आरती

1

जय जय जय श्री शनि देव
भक्तन हितकारी।
सूर्य पुत्र प्रभु छाया महतारी ॥

॥ जय जय जय शनि देव…॥

श्याम अंग वक्र
दृष्टि चतुर्भुजा धारी।
नीलाम्बर धार नाथ
गज की असवारी॥

॥ जय जय जय शनि देव…॥

क्रीट मुकुट शीश रजित
दिपत है लिलारी ।
मुक्तन की माला
गले शोभित बलिहारी ॥

॥ जय जय जय शनि देव…॥

2

मोदक मिष्ठान
पान चढ़त हैं सुपारी ।
लोहा तिल तेल उड़द
महिषी अति प्यारी ॥

॥ जय जय जय शनि देव…॥

देव दनुज ऋषि मुनी
सुमीरत नर नारी ।
विश्वनाथ धरत ध्यान
शरण है तुम्हारी॥

॥ जय जय जय शनि देव…॥

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