श्री गंगा मैया आरती | Ganga Maa Aarti
श्री गंगा मैया आरती
1
हर हर गंगे, जय माँ गंगे,
हर हर गंगे, जय माँ गंगे ॥
ॐ जय गंगे माता,
श्री जय गंगे माता।
जो जन तुमको ध्याता,
मनवांछित फल पाता॥
॥ ॐ जय गंगे माता…॥
चंद्र सी जोत तुम्हारी,
जल निर्मल आता।
शरण पडें जो तेरी,
सो जन तर जाता॥
॥ ॐ जय गंगे माता…॥
पुत्र सगर के तारे,
सब जग को ज्ञाता।
कृपा दृष्टि तुम्हारी,
त्रिभुवन सुख दाता॥
॥ ॐ जय गंगे माता…॥
2
एक ही बार जो तेरी,
शारणागति आता।
यम की त्रास मिटा कर,
परमगति पाता॥
॥ ॐ जय गंगे माता…॥
आरती मात तुम्हारी,
जो जन नित्य गाता।
दास वही सहज में,
मुक्त्ति को पाता॥
॥ ॐ जय गंगे माता…॥
ॐ जय गंगे माता,
श्री जय गंगे माता।
जो जन तुमको ध्याता,
मनवांछित फल पाता॥
ॐ जय गंगे माता,
श्री जय गंगे माता।