श्री भैरव आरती | Shri Bhairo Baba Aarti

Oct 14, 2023

श्री भैरव आरती

1

जय भैरव देवा,
प्रभु जय भैरव देवा।
जय काली और
गौर देवी कृत सेवा॥

॥ जय भैरव देवा…॥

तुम्ही पाप उद्धारक,
दुःख सिन्धु तारक।
भक्तो के सुख कारक
भीषण वपु धारक॥

॥ जय भैरव देवा…॥

वाहन श्वान विराजत
कर त्रिशूल धारी।
महिमा अमित तुम्हारी
जय जय भयहारी॥

॥ जय भैरव देवा…॥

तुम बिन देवा
सेवा सफल नहीं होवे।
चौमुख दीपक दर्शन
दुःख खोवे॥

॥ जय भैरव देवा…॥

2

तेल चटकी दधि
मिश्रित भाषावाली तेरी।
कृपा कीजिये भैरव,
करिए नहीं देरी॥

॥ जय भैरव देवा…॥

पाँव घुँघरू बाजत
अरु डमरू दम्कावत।
बटुकनाथ बन बालक
जल मन हरषावत॥

॥ जय भैरव देवा…॥

बटुकनाथ जी की आरती
जो कोई नर गावे।
कहे धरनी धर नर
मनवांछित फल पावे॥

॥ जय भैरव देवा…॥

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